Highest Rated Bollywood Films of 2021: बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री (Hindi Film Industry) हर साल कई ऐसी फिल्में रिलीज करती है, जिनका बजट तो बहुत ज्यादा नहीं होता लेकिन ये अपने कंटेंट के दम पर सबको हैरान कर देती हैं। इन फिल्मों में बड़े-बड़े स्टार्स नजर नहीं आते लेकिन इनमें कहानियां होती हैं जो दर्शकों का दिल जीत लेती हैं। साल 2021 में भी ऐसी कई सारी फिल्में रिलीज हुई हैं, जिन्होंने अपने अलग कॉन्सेप्ट और दमदार कहानियों के दम पर कई बड़े अभिनेताओं की फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। इन फिल्मों को दर्शकों से तो शानदार रिस्पॉन्स मिला ही है, साथ ही IMDB पर भी इन्हें बेहतरीन रेटिंग मिली है। आइए आपको साल 2021 की ऐसी ही हाईएस्ट रेटेड फिल्मों के बारे में बताते हैं...
फ्लाइट (Flight): एक्टर मोहित चड्ढा (Mohit Chadha) स्टारर 'फ्लाइट' एक ऐसे बिजनेसमैन की कहानी है, जिसे कुछ लोग हवा में हजारों फीट ऊपर हवाई जहाज में मारने की प्लानिंग बनाते हैं। बिजनेस राइवलरी को डायरेक्टर सूरज जोशी ने एकदम अलग कॉन्सेप्ट के साथ पेश किया, जिसे देख दर्शक हैरान रह गए। फिल्म दिखाती है कि हजारों फीट ऊपर हवाई जहाज में फंसा अकेला व्यक्ति कैसे अपने दुश्मनों की प्लानिंग फेल करता है और मौत को छूकर वापस आ जाता है। फिल्म 'फ्लाइट' को IMDB पर 8.3 रेटिंग मिली है।

राम प्रसाद की तेरहवी (Ram Prasad Ki Tehrvi): फिल्म 'राम प्रसाद की तेरहवी' दर्शकों के बताने की कोशिश करती है कि समाज जिन बूढ़े लोगों को किसी काम का नहीं समझता, अगर वो चाहें तो खुद के लिए नया रास्ता बना सकते हैं। घर के मां-बाप जिंदगीभर बच्चों के लिए जीते हैं और जब बच्चों का वक्त आता है कि वो अपनी बिजी लाइफ में से कुछ वक्त मां-बाप को दें तो वो बहाने बनाने लगते हैं। 'राम प्रसाद की तेरहवी' दिखाती है कि समाज बदल रहा है और बदलते हालातों में हर किसी को अपने बारे में सोचने का हक है। सीमा पाहवा (Seema Pahwa) निर्देशित 'राम प्रसाद' की तेरहवी को IMDB पर 7.6 रेटिंग मिली है।

कागज (Kaagaz): डायरेक्टर सतीश कौशिक (Satish Kaushik) को अखबार में एक खबर पढ़कर 'कागज' फिल्म बनाने का विचार आया। खबर में लिखा था कि उत्तर प्रदेश में रहने वाला एक व्यक्ति सालों तक अदालत में बस इसलिए चक्कर लगा रहा है क्योंकि उसे यह साबित करना है कि वो जिंदा है। उसके रिश्तेदारों ने सरकारी बाबू के साथ मिलकर कागजों पर उसे मृत घोषित करवा दिया है। कलाकार पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) ने इसी रियल लाइफ व्यक्ति की परेशानियों को पर्दे पर जिया है। फिल्म के लिए पंकज त्रिपाठी की तारीफ हुई क्योंकि उन्होंने इस कहानी में अपनी बेहतरी एक्टिंग से कॉमेडी का तड़का लगाया। IMDB पर इस कहानी को 7.6 रेटिंग मिली है।

आधार (Aadhaar): सरकार आम जनता को ध्यान में रखकर सरकारी योजनाओं का ऐलान करती है लेकिन सोचिए ये सरकारी योजनाएं आम जनता के जी का जंजाल बन जाएं तो क्या हो ? फिल्म 'आधार' भी एक ऐसे ही ग्रामीण व्यक्ति की जिंदगी पर्दे पर उकेरती है, जो आधार के चक्कर में जगह-जगह भटकता है। फिल्म में विनीत कुमार सिंह (Vineet Kumar Singh) और सौरभ शुक्ला (Saurabh Shukla) ने अहम किरदार निभाए हैं और इसे IMDB पर 7.5 रेटिंग मिली है।

नेल पॉलिश (Nail Polish): बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री ने जब-जब बेहतरीन कोर्टरूम ड्रामा बनाई हैं, दर्शकों ने उन्हें जबरदस्त रिस्पॉन्स दिया है। जी5 पर रिलीज हुई अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) और मानव कौल (Manav Kaul) की 'नेल पॉलिश' भी इसी कैटेगिरी में आती है। फिल्म एक मर्डर के आसपास घूमती है, जिसके आरोपी पर अदालत में केस चलता है। यह आरोपी सजा से बचने के लिए ऐसी कहानी गढ़ता है कि जज भी कन्फ्यूज हो जाता है कि वो सजा दे या नहीं? फिल्म का अंत दर्शकों को चौंका देता है और आरोपी को हमेशा के लिए एक ऐसी जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर देता है, जिसे उसने अपने बचाव के लिए चुना था। फिल्म 'नेल पॉलिश' को IMDB पर 7.4 रेटिंग मिली है।

द व्हाइट टाइगर (The White Tiger): डायरेक्टर रमिन बहरानी की फिल्म 'द व्हाइट टाइगर' (The White Tiger) एक गरीब लड़के के अमीर बनने की कहानी पर्दे पर पेश करती है। यह लड़का अमीर बनने के लिए जिंदगी में किन-किन चुनौतियों का सामना करता है, वो इस फिल्म में दिखाया गया है। फिल्म 'द व्हाइट टाइगर' भारतीय कास्ट सिस्टम, एजुकेशन सिस्टम और दिमागी सोच पर करारा प्रहार करती है। 'द व्हाइट टाइगर' में प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra), राजकुमार राव (Rajkummar Rao) और आदर्श गौरव ने मुख्य किरदार निभाए हैं। आदर्श गौरव को 'द व्हाइट टाइगर' में बेहतरीन अदाकारी करने के लिए विश्वस्तर पर पहचान भी मिली है। इस फिल्म को IMDB पर 7.1 रेटिंग मिली है।

The White Tiger
पगलैट (Pagglait): डायरेक्टर सीमा पाहवा की 'राम प्रसाद की तेरहवी' जिस मुद्दे के आसपास घूमती नजर आती है, सान्या मल्होत्रा (Sanya Malhotra) और आशुतोष राणा (Ashutosh Rana) की 'पगलैट' भी वही समझाने की कोशिश करती है। 'पगलैट' की कहानी में दिखाया गया है कि आशुतोष राणा का जवान बेटा अचानक भगवान को प्यारा हो जाता है और उसकी पत्नी (सान्या मल्होत्रा) विधवा हो जाती है। दोनों ने कुछ महीनों पहले ही शादी की थी, जिस कारण हर कोई परेशान है कि अब घर की बहू का क्या होगा ? सभी घर की बहू का भविष्य तय करने में जुटे हुए हैं लेकिन कोई उससे नहीं पूछ रहा है कि वो क्या चाहती है? पगलैट समाज के लिए बेहद खास मैसेज देती है कि अगर आप अपने लिए फैसले नहीं लेंगे तो आपके लिए कोई दूसरा फैसले लेगा। 'पगलैट' को IMDB पर 7 रेटिंग मिली है।

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